विमानों में ब्लैक बॉक्स क्या होता है | Black Box का क्या काम होती है | ब्लैक बॉक्स Orange Colour का ही क्यों होता है?

जब कोई फ्लाइट या विमान किसी कारणों से क्रेश या दुर्घटना ग्रस्त हो जाती है तो हमें 99% केश में यह देखने को मिलता है कि उस विमान में बैठे कोई लोगो या पायलेट जिन्दा नहीं होती है तो हमें कौन बतायेगा की वह विमान किन कारणों की वजह से दुर्घटना ग्रस्त हुई, वह दुर्घटना विमान के इंजन में कोई खराबी के वजह से या पायलेट के कोई गलतियों की वजह से हुई है, तो इसी के निदान के लिए सभी प्रकारों के विमानों में एक मशीन लगाई जाती है जिसका नाम है ब्लैक बॉक्स,

तो आज हम इस पोस्ट के माध्यम से इसी के बारे में बताने वाले है, वो भी आसान भाषा में, तो आइये जानते हैं, विमानों में ब्लैक बॉक्स क्या होता है, Black Box का क्या काम होती है और ब्लैक बॉक्स Orange Colour का ही क्यों होता है?

black box

Black box क्या है | What is the Black box?

ब्लैक बॉक्स को Flight डेटा रिकॉर्डर कहा जाता है, क्योंकि किसी भी विमानों में क्या क्या हुई है या क्या क्या हो रही है इन प्रकार के सम्पूर्ण जानकारियाँ स्टोर हो जाती है और ये विमानों में लगभग 88 प्रकारो के डेटा स्टोर करती है

ब्लैक बॉक्स का दो Part होती है

पहला Cockpit Voice Recorder (CVR) तथा दूसरा Flight Data Recorder (FDR) होती है क्योकि इन दोनों पार्ट में अलग अलग तरह के जानकारियाँ स्टोर करती है, जैसे पहला CVR में पायलेट किससे और कहाँ बात कर रहे थे, पायलेट ATC (Air Traffic Control) से क्या बात कर रहे थे, इनके Microphone में क्या आवाज आ रही थी, दोनों पायलेट आपस में क्या बात कर रहे थे, और एयर होस्टेज से क्या बात कर रहे थे, यानि इसमें विमान का अगला हिस्सा जहाँ पायलेट बैठता है लगभग वहां का सम्पूर्ण Voice को स्टोर करती है

और दूसरा पार्ट FDR में बहुत सारे जानकारियाँ स्टोर होती है जैसे विमान कितना डिग्री कोण पर झुका है, कितना टाइम पर कितना झुका था, दाहिनी ओर कितना झुका था, बाई ओर कितना झुका था, आगे से कितना उठा था, पीछे से कितना झुका था, कितने RPM से Propeller घूम रहा था, फ्यूल और फ्यूल का Temperature कितना था इंजन का Temperature कितना था और बाहरी Temperature कितना था बहार के हवाएं किस दिशा में थी और दाव कितना थी और निचे Gravity कितनी थी यानि विमानों का ये A to Z, मतलब हरेक जानकारी रखती है, जिससे विमान क्रेस होने पर उस विमान का क्रेस होने का सही कारण पता चल सके

और यह ब्लैक बॉक्स विमानों के पिछले हिस्से में लगाया जाता है क्योकि ऐसा माना जाता है कि जब विमान क्रेस होता है तो वो आगे की ओर से होता है इसलिए विमान का अगला हिस्सा ज्यादा क्षति होने का चांस होती है और पिछला हिस्सा काम जिससे ब्लैक बॉक्स Damage होने का खतरा कम होती है लेकिन ब्लैक बॉक्स को बहुत ज्यादा मजबूत होती है इसलिए कितना भी बड़ा हादसा क्यों ना हो ब्लैक बॉक्स Damage होने का खतरा कम होती है

ब्लैक बॉक्स Orange Colour का ही क्यों होता है?

आमतौर पर जब कोई विमान क्रेस होती है तो उस विमान का ब्लैक बॉक्स मिल ही जाती है और इसका नाम है ब्लैक बॉक्स, लेकिन यह नारंगी Colour के होती है क्योकि जहाँ विमान दुर्घटना ग्रस्त होती है वहां उस विमान का मलवा विखर जाती है जिससे अगर ब्लैक बॉक्स काला होती तो उसे खोजने में काफी मुश्किल होता, इसलिए ब्लैक बॉक्स ऑरेंज कलर में होती है

Conclusion

दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आपको यह Black Box के बारे में कुछ बेसिक सी जानकारी आपको आसानी से समझ आया होगा और ये आर्टिकल आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार के लोगो के साथ जरूर साझा (Share) करेंगे।

और आपके मन में कोई सवाल या सुझाव है तो इस पोस्ट के निचे कमेंट कर सकते हैं

Rahul

नमस्कार दोस्तों, मैं राहुल, जो इस Blog का Founder हूँ, और मुझे Technology से जुड़ी नयी-नयी चीजों के बारे में सीखना और उसे दुसरो के साथ सीधी और सरल भाषा में शेयर करना पसंद है। इसी उदेश्य से मैं OurTech.in की शुरुआत किया हूँ। और मुझे उम्मीद है कि इस Blog के माध्यम से हमारे द्वारा दिए गए जानकारी आपको पसंद आया होगा, अगर पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ जरुर शेयर करें। instagram facebook twitter

Post a Comment

Previous Post Next Post